Akanksha Shukla
Saturday, March 26, 2011
एक इम्तिहान
क्या लेकर आये हैं, क्या लेकर जायेगें
बस अपने कदमों के निशान छोड़ जायेगें
मंजिल करीब हैं और रास्ता है मुश्किल..
काटों से दामन बचाकर निकल जायेगें
..
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