Wednesday, October 3, 2012
Wednesday, August 15, 2012
Sunday, July 22, 2012
यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
तुम्हारा साथ मुझे हर बन्धन से भी प्यारा है।
कहते-कहते बात लबों पर आकर रूक जाती है,
पर तुम्हारे सामने आते ही ये आखें तुमसे बहुत कुछ कह जाती है।
यह सच है कि मैं तुमसे और तुम्हारी जिन्दगी से जुडीं हूं।
जज्बात तो हैं पर तुमसे बयां करना नहीं आता,
तुम गैर नहीं पर फिर भी तुमसे कहना नहीं आता,
हां तुम जिन्दगी की हकीकत हो,
पर ये भी तुमसे कहना नहीं आता।
एक सपना जो मैनें देखा मेरे और तुम्हारे लिए,
उस सपने की महक मेरी जिन्दगी में है,
ख्वाब ओर ह्कीकत का अंतर तो पता नहीं,
हां ,ये सच है कि यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
तुमसे कुछ ना कह्ने का कारण बस इतना ही है,
तुमसे दूर जाने से डर लगता है,
तुम्हारे इंकार से डर लगता है,
तुम्हारी बेरूखी से डर लगता है,
हां ,ये सच है कि यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
देखो!यह है मेरा बचपन ।
देखो!यह है मेरा बचपन ।
कितना निश्चल ,कितना प्यारा।
देखो! यह है मेरा बचपन ।
कभी आकाश में उडते हवाई जहाज को देखकर,
साथ पंछी बनकर उडता -बचपन।
देखो! यह है मेरा बचपन।
कभी पानी वाली मछ्ली को देखकर ,
उसकी छटपटाहट को महसूस करता-बचपन
देखो! यह है मेरा बचपन।
कभी कागज की कश्ती बनाकर,पानी में तैरता सा-बचपन।
देखो! यह है मेरा बचपन।
कभी दोस्तों के साथ रंग-बिरंगे सपने -सा बुनता-बचपन।
देखो! यह है मेरा बचपन।
कभी पतंग लेकर ढील देता सा-बचपन।
देखो! यह है मेरा बचपन।
कभी क्लास में टीचर का डंडा खाकर मुस्कुराता सा-बचपन।
Saturday, July 21, 2012
यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
तुम्हारा साथ मुझे हर बन्धन से भी प्यारा है।
कहते-कहते बात लबों पर आकर रूक जाती है,
पर तुम्हारे सामने आते ही ये आखें तुमसे बहुत कुछ कह जाती है।
Saturday, March 3, 2012
परिदें
थे परिदें कुछ जो घर से निकले ,मंजिल की तलाश में।
देखे थे सपने सोती -जागती आखों से।
कभी खुशी से मुस्कुराते थे,कभी अपनों को याद करके रो भी जाते थे।
मुश्किलों से न घबराकर हौसलां बुलन्द रखतें थे।
देखे थे सपने सोती -जागती आखों से।
कभी खुशी से मुस्कुराते थे,कभी अपनों को याद करके रो भी जाते थे।
मुश्किलों से न घबराकर हौसलां बुलन्द रखतें थे।
Thursday, January 5, 2012
जीवन का कारवां य़ू ही चलता रहेगा ।
जीवन का कारवां य़ू ही चलता रहेगा ।
कभी गम के बादल गरजेगें.....
तो कभी खुशी की हवा चलेगी..
पर एक गुजारिश है तुमसे ऐ जिन्दगी!
जब दु;ख ज्यादा हों तो निराश मत होना,
अच्छे पलों को याद करके थोडा मुस्करा लेना।
कभी गम के बादल गरजेगें.....
तो कभी खुशी की हवा चलेगी..
पर एक गुजारिश है तुमसे ऐ जिन्दगी!
जब दु;ख ज्यादा हों तो निराश मत होना,
अच्छे पलों को याद करके थोडा मुस्करा लेना।
Subscribe to:
Posts (Atom)