यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
तुम्हारा साथ मुझे हर बन्धन से भी प्यारा है।
कहते-कहते बात लबों पर आकर रूक जाती है,
पर तुम्हारे सामने आते ही ये आखें तुमसे बहुत कुछ कह जाती है।
यह सच है कि मैं तुमसे और तुम्हारी जिन्दगी से जुडीं हूं।
जज्बात तो हैं पर तुमसे बयां करना नहीं आता,
तुम गैर नहीं पर फिर भी तुमसे कहना नहीं आता,
हां तुम जिन्दगी की हकीकत हो,
पर ये भी तुमसे कहना नहीं आता।
एक सपना जो मैनें देखा मेरे और तुम्हारे लिए,
उस सपने की महक मेरी जिन्दगी में है,
ख्वाब ओर ह्कीकत का अंतर तो पता नहीं,
हां ,ये सच है कि यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
तुमसे कुछ ना कह्ने का कारण बस इतना ही है,
तुमसे दूर जाने से डर लगता है,
तुम्हारे इंकार से डर लगता है,
तुम्हारी बेरूखी से डर लगता है,
हां ,ये सच है कि यह सपना मुझे हकीकत से भी प्यारा है,
sapna ya haqiqat haqiqat ya sapna
ReplyDeletesachmich kabhi lagta hai ki sapne behtar hai haqiqat se
kam se kam vaha kuch to acha hai apni pasand ka
I love your strong writing and romantic thoughts.
ReplyDeletethanks for your blog writing dear.