कुछ ख्वाब थे जो अधूरे रह गए ..
कुछ बातें थी जो अनकही रह गयीं ..
कुछ यादें थी जो झिलमिल -सी हो गयी ..
जिंदगी फिर से नए मोड़ पर ले आयी..
भूलना चाहती थी पर भूल नहीं पायी..
कुछ ज़िन्दगी के फसाने थे जो अफसाने बन कर रह गये..
किस्से तो बहुत से थे तुम्हे सुनाने को ..
दुआ तो की थी तुमसे मिलने की हमने ..
कुछ जज्बात थे जो कागज़ के पन्नों पर कहानी बनकर रह गये ..
कुछ उम्मीदें थी जो सिर्फ ख्याल बन कर रह गये
कुछ ख्वाब थे जो अधूरे रह गए
कुछ बातें थी जो अनकही रह गयीं ..
कुछ यादें थी जो झिलमिल -सी हो गयी..
कुछ बातें थी जो अनकही रह गयीं ..
कुछ यादें थी जो झिलमिल -सी हो गयी ..
जिंदगी फिर से नए मोड़ पर ले आयी..
भूलना चाहती थी पर भूल नहीं पायी..
कुछ ज़िन्दगी के फसाने थे जो अफसाने बन कर रह गये..
किस्से तो बहुत से थे तुम्हे सुनाने को ..
दुआ तो की थी तुमसे मिलने की हमने ..
पर ज़िन्दगी ने एक झलक भी तुम्हारी न दिखलायी
कुछ आँसूं थे जो आँखों से पानी बनकर बह गये कुछ जज्बात थे जो कागज़ के पन्नों पर कहानी बनकर रह गये ..
कुछ उम्मीदें थी जो सिर्फ ख्याल बन कर रह गये
कुछ ख्वाब थे जो अधूरे रह गए
कुछ बातें थी जो अनकही रह गयीं ..
कुछ यादें थी जो झिलमिल -सी हो गयी..
Very nice and creative....keep it up....lots of love....Anu
ReplyDeleteAchchhi kavita hai, bhavabhivyakti hai...
ReplyDeletepar isme udasi bhari hui hai.. yah kiski udasi hai.
well composed..
ReplyDeleteभाव बहुत अच्छे हैं, उम्मीदें भी डालो, जिससे लोग दर्द के मारे मुस्कराने लगें
ReplyDeletenice lines..
ReplyDeletenice lines...
ReplyDelete